पॉजिटिव से निगेटिवः हाई प्रोटीन भोजन, सर्दी-जुकाम की दवा और दूध से जीती कोरोना से लड़ाई
वाराणसी में फूलपुर क्षेत्र के कोरोना पॉजिटिव युवक को संक्रमण मुक्त कराने में प्रोटीनयुक्त भोजन, दूध और सर्दी-जुकाम की दवा के साथ सतत निगरानी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। साथ ही, रोगी के शरीर में रोगप्रतिरोधी क्षमता के सही स्तर ने भी निगरानी में लगी चिकित्सकों को जल्द ही तनावमुक्त कर दिया। युवक अब अपने परिवार के बीच चैन की सांस ले रहा है।
यह युवक 21 मार्च को दुबई से घर लौटा था। जांच में कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया क्योंकि वह वाराणसी का पहला पॉजिटिव केस था। स्वास्थ्य विभाग ने युवक के लक्षण को देखकर उपचार किया। जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती युवक को डॉक्टर समय पर हाई प्रोटीन का भोजन, सर्दी जुकाम की दवा और दूध देते थे।
दुबई से लौटने के बाद युवक सबसे पहले पिंडरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. एचसी मौर्या से मिला। उन्होंने उसे जांच के लिए जिला अस्पताल भेजा था। वहां पर दो बार उसकी जांच हुई। दोनों बार उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। तीसरी रिपोर्ट निगटिव आने के बाद शुक्रवार को 14 दिनों के होम क्वारंटीन की हिदायत के साथ डिस्चार्ज कर दिया गया। डॉ. मौर्या ही अब उसकी रोज निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि लक्षण के अनुसार उसे पैरासिटामॉल, सिट्रेजीन और एजिथ्रोमायसिन दी जा रही थी। इसके साथ ही उसे तीन टाइम खाने में दाल, चावल, रोटी और हरी सब्जी दी जा रही थी। सुबह और शाम दूध पीने के लिए दिया जा रहा था। डॉ. मौर्या का कहना है कि तीस वर्षीय युवक की की इम्यूनिटी अच्छी है। इस कारण उसने इस बीमारी से जंग जीत ली